आज बातों ही बातों में बरबस उसने पूछा बताओ मैं कैसी हूं.....
कहने को तो तुम्हारी सुंदरता
का कर दूं ढेर सारा बखान,
लेकिन उसमें होगा भी तो सिर्फ
तुम्हारी बाह्य सुंदरता का अभिमान।
तुमको तुम्हारी बाह्य सुंदरता से परे
तुम्हारे अंतःकरण को जाना है,
कितनी ख़ूबसूरत हो तुम
तुमसे मिलने के बाद ही तुमको माना है।
अपने सारे गमों को किनारे कर
मुझे तुमने मेरे अवसाद से निकाला है,
जो कभी टूट के बिखर गया था
तुमने उसको बाखूबी संभाला है।
एक बार फिर से खुशियों से मेरा
तुमने बावस्ता कराया है,
तुम्हारा मन कितना निश्चल और पवित्र है
ऐसी खूबसूरती से मेरा परिचय कराया है।
वैसे तो तुम अपने मासूम अपितु कठोर
सवालों से मुझे हमेशा घेर लेती हो,
किंतु तुम्हारे बेधड़क अंदाज से
मेरा मन मोह लेती हो।
सबकी कितनी चिंता है तुमको
खुद की थोड़ी सी भी परवाह नहीं,
सब खुश रहें बस यही तुम्हारी चाहत
तुम्हारे पुरे व्यक्तित्व की खूबसूरती है।
इन सबसे परे तुम्हारा मजाकिया अंदाज
तुमको सबसे जुदा बनाता है, और
तुम्हारी सबसे जुड़े रहने की चाहत
तुमको सबसे खूबसूरत बनाता है।
और तुमने ये भी पूछा की बताओ तुम कैसे हो तो सुनो.....
हम बहुत खुश खुश से रहने लगे हैं आजकल
अब तनिक भी नहीं सताता हमें बीता हुआ कल,
तुम जो मेरे रूखे जीवन में बहार बनके आई हो
इस दिल ने भी मजबूर किया, दूर करने तन्हाई को।
कैसे कहूं की जिसको ये जीवन भारी सा था लगता
तेरे एकमात्र आ जाने से जैसे मेरा पैर जमीं पे नहीं टिकता।
ज्यादा भावुक ना हो जाऊं इसलिए
अल्पविराम ले लेता हूं,
आज की रात पूरी तरह सिर्फ
तेरे ही नाम कर देता हूं।
श्वेतराग
कहने को तो तुम्हारी सुंदरता
का कर दूं ढेर सारा बखान,
लेकिन उसमें होगा भी तो सिर्फ
तुम्हारी बाह्य सुंदरता का अभिमान।
तुमको तुम्हारी बाह्य सुंदरता से परे
तुम्हारे अंतःकरण को जाना है,
कितनी ख़ूबसूरत हो तुम
तुमसे मिलने के बाद ही तुमको माना है।
अपने सारे गमों को किनारे कर
मुझे तुमने मेरे अवसाद से निकाला है,
जो कभी टूट के बिखर गया था
तुमने उसको बाखूबी संभाला है।
एक बार फिर से खुशियों से मेरा
तुमने बावस्ता कराया है,
तुम्हारा मन कितना निश्चल और पवित्र है
ऐसी खूबसूरती से मेरा परिचय कराया है।
वैसे तो तुम अपने मासूम अपितु कठोर
सवालों से मुझे हमेशा घेर लेती हो,
किंतु तुम्हारे बेधड़क अंदाज से
मेरा मन मोह लेती हो।
सबकी कितनी चिंता है तुमको
खुद की थोड़ी सी भी परवाह नहीं,
सब खुश रहें बस यही तुम्हारी चाहत
तुम्हारे पुरे व्यक्तित्व की खूबसूरती है।
इन सबसे परे तुम्हारा मजाकिया अंदाज
तुमको सबसे जुदा बनाता है, और
तुम्हारी सबसे जुड़े रहने की चाहत
तुमको सबसे खूबसूरत बनाता है।
और तुमने ये भी पूछा की बताओ तुम कैसे हो तो सुनो.....
हम बहुत खुश खुश से रहने लगे हैं आजकल
अब तनिक भी नहीं सताता हमें बीता हुआ कल,
तुम जो मेरे रूखे जीवन में बहार बनके आई हो
इस दिल ने भी मजबूर किया, दूर करने तन्हाई को।
कैसे कहूं की जिसको ये जीवन भारी सा था लगता
तेरे एकमात्र आ जाने से जैसे मेरा पैर जमीं पे नहीं टिकता।
ज्यादा भावुक ना हो जाऊं इसलिए
अल्पविराम ले लेता हूं,
आज की रात पूरी तरह सिर्फ
तेरे ही नाम कर देता हूं।



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