ये शहर आज बेचैनियों से
भरा पड़ा है.....
राहें सुस्त पड़ी हैं,
यक़ीनन तुम से ना मिल
पाने की ख़लिश है दिल में।
वक़्त की नाइंसाफी
बहुत ग़लत-ग़लत.....!!!
भरा पड़ा है.....
राहें सुस्त पड़ी हैं,
यक़ीनन तुम से ना मिल
पाने की ख़लिश है दिल में।
वक़्त की नाइंसाफी
बहुत ग़लत-ग़लत.....!!!