
हार्दिक पण्ड्या पापा बनने वाले हैं और आधी पब्लिक उनको बधाई देने के बदले, भारतीय सभ्यता-संस्कृति को मटिया मेट करने के लिए कोस रहें हैं.
आख़िर बिना ब्याह के कोई बाप और माँ कैसे बन सकता है. पहले शादी करो, सेक्स करने का सर्टिफिकेट लो समाज से फिर बच्चे पैदा करो. वैसे शादी के बिना भी लोग सेक्स करते हैं यहाँ लेकिन अगर माँ-बाप नहीं बनें तो एकदम चरित्रवान हैं और जो कभी जान-बूझ कर तो कभी ग़लती से प्रेगनेंट हो गए तो आप से ज़्यादा कैरेक्टर लेस कोई हो ही नहीं सकता.
ख़ास कर अगर कोई आम लड़की बिना शादी के माँ बनी तो उसके बच्चे को गर्भ में ही मार दिया जाता है नहीं तो अनाथ-आश्रम या किसी नदी-नाले में फेंक आते हैं. ऊपर से उस लड़की की ज़िंदगी हमेशा के लिए नर्क हो जाती है.
और हम हैं संस्कारी. हम सेक्स और बच्चे को जायज़ सिर्फ़ शादी के बाद ही मानेंगे. भले ही इसके लिए किसी की जान ही क्यों न लेनी पड़े.
ख़ैर, ये तो होता आया है और होता रहेगा. आपने शादी की है या नहीं कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता. आप प्यार में हैं और प्यार में रहें यही दुआ है. फ़िलहाल आपको और नताशा को ख़ूब सारी बधाइयाँ!