
"तेरे जाने के बाद ज़िंदगी ने जैसे सब रंग खो दिए,
ख्वाबों की दुनिया बिखरकर ज़मीन पर गिर गई।
मैंने तुझे चाहा था रूह से भी गहरा,
पर तूने मुझे पलभर में पराया कर दिया।
तेरे बिना अब हर रास्ता सुनसान लगता है,
हर भीड़ में भी तन्हाई का एहसास होता है।
मैंने जिन उम्मीदों को तेरे नाम से सजाया था,
वो उम्मीदें अब राख बन चुकी हैं।
मेरी हँसी अब बस चेहरा ढकने का नक़ाब है,
दिल के अंदर बस दर्द का साया है।
पलकों पर चुपचाप गिरते आँसू,
मेरे टूटे हुए अरमानों की गवाही देते हैं।
तू मेरी चाहत था, तू मेरा सपना था,
तू ही मेरी कहानी का पहला और आख़िरी अध्याय था।
पर अब तेरी कमी ही मेरी पहचान है,
और तेरी जुदाई… मेरी सबसे बड़ी सच्चाई।"
ख्वाबों की दुनिया बिखरकर ज़मीन पर गिर गई।
मैंने तुझे चाहा था रूह से भी गहरा,
पर तूने मुझे पलभर में पराया कर दिया।
तेरे बिना अब हर रास्ता सुनसान लगता है,
हर भीड़ में भी तन्हाई का एहसास होता है।
मैंने जिन उम्मीदों को तेरे नाम से सजाया था,
वो उम्मीदें अब राख बन चुकी हैं।
मेरी हँसी अब बस चेहरा ढकने का नक़ाब है,
दिल के अंदर बस दर्द का साया है।
पलकों पर चुपचाप गिरते आँसू,
मेरे टूटे हुए अरमानों की गवाही देते हैं।
तू मेरी चाहत था, तू मेरा सपना था,
तू ही मेरी कहानी का पहला और आख़िरी अध्याय था।
पर अब तेरी कमी ही मेरी पहचान है,
और तेरी जुदाई… मेरी सबसे बड़ी सच्चाई।"