यार एक कॉफ़ी पीला दो,
टी॰वी॰ देखते हुए
हुक्म फ़रमाने के बदले,
दोनों के लिए कभी प्यार से वही बना लाएँ,
वो भी थकती होगी
उसका भी हाथ-पाँव दुखता होगा
कभी यूँ ही
उसके पैरों को गोद में रख
उँगलियों को सहला दें.
प्रेम में इतना ही चाहतीं हैं
स्त्रियाँ अपने महबूब से।
टी॰वी॰ देखते हुए
हुक्म फ़रमाने के बदले,
दोनों के लिए कभी प्यार से वही बना लाएँ,
वो भी थकती होगी
उसका भी हाथ-पाँव दुखता होगा
कभी यूँ ही
उसके पैरों को गोद में रख
उँगलियों को सहला दें.
प्रेम में इतना ही चाहतीं हैं
स्त्रियाँ अपने महबूब से।