प्रेम में डूबे लड़के
साथ सोने से ज़्यादा,
साथ जगाना चाहते हैं अपनी महबूबा के माथे को छाती से सटाए,
उन्हें आँखें खोलते ही सबसे पहले देखनी होती हैं
महबूबा की मुँदी आँखें और चेहरे पर बिखरे बाल
जिन्हें हौले से हटा
वो अपने होंठों के ठहरने भर की जगह बना सकें, बस!
साथ सोने से ज़्यादा,
साथ जगाना चाहते हैं अपनी महबूबा के माथे को छाती से सटाए,
उन्हें आँखें खोलते ही सबसे पहले देखनी होती हैं
महबूबा की मुँदी आँखें और चेहरे पर बिखरे बाल
जिन्हें हौले से हटा
वो अपने होंठों के ठहरने भर की जगह बना सकें, बस!