वो लड़का जो तुमसे कहे,
मैं पेड़ बनूँगा तुम्हारे लिए और तुम्हें आज़ाद परिंदा बनाऊँगा.
तुम चाहो जहाँ तक उड़ना, उड़ आना.
नापना अपना आकाश
जब लगे कि अब थक रही हूँ तब लौट आना
मैं मिलूँगा डालियों को फैलाए तुम्हारे इंतज़ार में,
उसे ही तुम अपना महबूब चुनना!
मैं पेड़ बनूँगा तुम्हारे लिए और तुम्हें आज़ाद परिंदा बनाऊँगा.
तुम चाहो जहाँ तक उड़ना, उड़ आना.
नापना अपना आकाश
जब लगे कि अब थक रही हूँ तब लौट आना
मैं मिलूँगा डालियों को फैलाए तुम्हारे इंतज़ार में,
उसे ही तुम अपना महबूब चुनना!