जरुरी नहीं जो हम चाहे वो हमें मिले,
जिनका हाथ हम थामे वो हमें मिले,
यह मोहब्बत एक सफ़र है ,
कोई मंज़िल नहीं,
यहां हर रोज एक मुसाफ़िर अपने दिल को टूटता देखता है,
अपनी सबसे कीमती सपनों को छूटता देखता है,
रोता है, तड़पता है, बिखर जाता है,
भूल जाता है कि,
जरुरी नहीं जो हम चाहे वो हमें मिले,
जिनका...