यह वो जिंदगी है यारा,
जहाँ सुकून खोकर ख्वाहिशें मिलती हैं.!
ख्वाहिशें खोकर सपने मिलते हैं,
और नींदें खोकर बैचेनियां मिलती हैं.!
बैचेनियों में उलझी राहें मिलती हैं,
इन राहों पर हम खुद को ढूंढते रहते हैं.!
ये सिलसिला कभी खत्म नहीं होता,
हर मोड़ पर नए चौराहे मिलते हैं.!
शायद यही है जिंदगी का सफर,
जहाँ हर कदम पर नये तजुर्बे मिलते हैं.!

जहाँ सुकून खोकर ख्वाहिशें मिलती हैं.!
ख्वाहिशें खोकर सपने मिलते हैं,
और नींदें खोकर बैचेनियां मिलती हैं.!
बैचेनियों में उलझी राहें मिलती हैं,
इन राहों पर हम खुद को ढूंढते रहते हैं.!
ये सिलसिला कभी खत्म नहीं होता,
हर मोड़ पर नए चौराहे मिलते हैं.!
शायद यही है जिंदगी का सफर,
जहाँ हर कदम पर नये तजुर्बे मिलते हैं.!

परेशान क्यों होते हो
अपने दिल में तो देखो
वहीं तो हम रहते हैं..!!!
शुभ संध्या मित्र....
अपने दिल में तो देखो
वहीं तो हम रहते हैं..!!!
शुभ संध्या मित्र....
