जी लो थोड़ा सा अभी तो चेहरें पर रवानी हैं
हमेशा नही रहती ये जो कमब्ख्त जवानी है
जब शने शने उम्र बढ़ जाएगी....
इत्र की jजगह आयोडेक्स की खुशबु आएगी।
कहता हूँ अभी मिल लिया करो...
ये गड़िया पलट कर नही आएगी।
अभी तो आखों मे नूर है बाकी...
फिर ये खूबसूरती नजर ना आएगी।
अभी तो यार है चलते अपने साथ..
फिर तो सिर्फ छड़ी ही नजर आएगी।
सुन लो आवाज दोस्तों की..
फिर कानो में मशीन ही नजर आएगी।
हँस लो खिलखिला कर आज...
फिर तो नकली बत्तिशी ही नजर आएगी।
जब दोस्त बुलाये चले जाया करो...
फिर तो डॉक्टर से फुर्सत कहाँ मिल पाएगी।
समझ जाओ यारो समझ जाओ...
ये उम्र फिर लोट के नही आएगी।
हमेशा नही रहती ये जो कमब्ख्त जवानी है
जब शने शने उम्र बढ़ जाएगी....
इत्र की jजगह आयोडेक्स की खुशबु आएगी।
कहता हूँ अभी मिल लिया करो...
ये गड़िया पलट कर नही आएगी।
अभी तो आखों मे नूर है बाकी...
फिर ये खूबसूरती नजर ना आएगी।
अभी तो यार है चलते अपने साथ..
फिर तो सिर्फ छड़ी ही नजर आएगी।
सुन लो आवाज दोस्तों की..
फिर कानो में मशीन ही नजर आएगी।
हँस लो खिलखिला कर आज...
फिर तो नकली बत्तिशी ही नजर आएगी।
जब दोस्त बुलाये चले जाया करो...
फिर तो डॉक्टर से फुर्सत कहाँ मिल पाएगी।
समझ जाओ यारो समझ जाओ...
ये उम्र फिर लोट के नही आएगी।